May 20, 2024

अब नई टेक्नालॉजी से भिलाई और रायपुर में ही कर सकते है उज्जैन के महाकाल और ओंकारेश्वर मंदिर में होने वाले पूजा पाठ और भस्म आरती का साक्षात दर्शन

अब नई टेक्नालॉजी से भिलाई और रायपुर में ही कर सकते है उज्जैन के महाकाल और ओंकारेश्वर मंदिर में होने वाले पूजा पाठ और भस्म आरती का साक्षात दर्शन

भिलाई के रूआबांधा दुर्गा शिव मंदिर एवं व्ही आई पी रोड रायपुर के
मंदिर में कराया जायेगा दर्शन व्ही आर टेक्नालाजी के
माध्यम से थ्री डी स्टाईल में निर्मित शो देखने से मंदिर के गर्भगृह में
पहुंचकर दर्शन करना होता है प्रतीत-मंजु मिश्रा

 भिलाई। टैक-एक्स आर प्रा. लिमिटेड भोपाल द्वारा व्ही आर टेक्नालॉजी

के माध्यम से एक ऐसा वच्र्यूअल प्रोग्राम का इजाद किया है कि जो बुजुर्ग
व विकलांग सहित ऐसे लोग जो उज्जैन के महाकाल और खण्डवा जिले में स्थित
ओंकारेश्वर मंदिर में दर्शन करने नही जा सकते वे यहीं इस नई टेक्नालॉजी
द्वारा निर्मित डिजीटल मशीन द्वारा दर्शन कर सकते है। उक्त जानकारी आज एक
पत्रकारवार्ता में श्रीमती मंजू मिश्रा एवं श्रीमती मनीषा अवस्थी ने
संयुक्त रूप से दी। श्रीमती मनीषा अवस्थी ने आगे बताया कि इसका
फे्रेंचायजी भिलाई मैंत्रीकुंज रिसाली निवासी श्रीमती मंजू मिश्रा को
दिया गया है। टैक-एक्स आर प्रा. लिमिटेड द्वारा व्ही आर टेक्रॉलाजी के
माध्यम बनाये गये प्रोग्राम को देखने के लिए इस मशीन से देखने पर बिल्कुल
यथार्थवादी,जीवंत और अद्धभुत अनुभव प्राप्त होता है। इस शो को थ्री डी
स्टाईल में बनाया गया है जिससे यह एहसास होता है कि हम वहां मंदिर में
खड़े होकर एक दम सामने से होने वाले पूजा पाठ, आरती, साक्षात गर्भ गृह से
दर्शन, शुभ निराकार दर्शन, शय आरती और श्रृंगार दर्शन, प्रक्रिमा पथ पर
उपस्थिति एवं नर्मदा घाट पर उपस्थिति और संगम घाट दर्शन का कर रहे हैं।
इस तकनीक को छत्तीसगढ़ में पहली बार लाने का श्रेय श्रीमती मंजू मिश्रा
को जाता है। यहां के भक्तों को दर्शन कराने के लिए मंजू मिश्रा ने
फ्रेंचायजी ली है। श्रद्धालुओं को दर्शन कराने अभी छत्तीसगढ़ में मात्र
दो स्थानों पर ही व्यवस्था की गई है जिसमें भिलाई के श्रृंखला चौक
रूआबांधा के दुर्गा शिव मंदिर में मंदिर खुलने के समय एवं रायपुर के
व्हीआईपी रोड में स्थित मंदिर में भक्त लोग देख सकते है। एक एक प्रोगाम
10-10 मिनट का है जिसमें महाकाल उज्जैन एवं ओंकारेश्वर का दर्शन कराया
जायेगा। इसके लिए महाकाल का दर्शन करने के लिए 150 रूपये एवं महाकाल और
ओंकारेश्वर जी का एक साथ दर्शन करने लिए 250 रूपये शुल्क देना होगा। एक
प्रश्र का उत्तर देते हुए श्रीमती मंजू शर्मा ने बताया कि यह मशीन बहुत
ही कास्टली है, उसकी कीमत 50 हजार रूपये है, इसलिए वर्तमान में दो ही
मशीने यहां लाई गई है। आने वाले समय में दर्शन कराने से जो शुल्क आयेगा
उसके अनुसार और मशीन लेकर अन्य स्थानों के मंदिरों में भी दर्शन कराया
जायेगा। अभी फिलहाल उज्जैन के महाकाल और ओंकारेश्वर महाराज का दर्शन
कराया जा रहा है, और कुछ समय बाद काशी विश्वनाथ का भी शो बनाया जा रहा
है। पत्रकार वार्ता में सुदीप अग्रवाल, सत्येन्द्र मिश्रा, गौरव अवस्थी,
जी सुरेश बॉबे जी उपस्थित थे।
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