कल खुलेगा भाजपा-कांग्रेस के कारनामों का काला चिट्ठा! क्या होगा अंजाम
चुनावी माहौल में गर्मी और बढ़ने वाली है, क्योंकि विपक्ष, 2 सितंबर को सरकार के खिलाफ ‘आरोप पत्र’ के जरिए कांग्रेस को करप्शन और माफियाराज पर घेरेगी। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी तय कर लिया है वो बीजेपी के आरोप पत्र से पहले 1 सितंबर यानि कल ही बीजेपी शासनकाल का ‘काला चिट्ठा’ जारी करेगी, ताकि चुनाव मैदान में जंग हो तो 15 साल बनाम 5 साल की हो। घोटाले बनाम घोटाले की हो। क्या होगा आरोपों की इस लड़ाई का अंजाम? किसके आरोपों में है कितनी धार?
दरअसल अमित शाह प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ करीब डेढ़ सौ पन्ने का आरोप पत्र जारी करेंगे। 80 से ज्यादा बिंदुओं वाले इस आरोप पत्र में भाजपा ने आरोप लगाया है कि साढ़े चार सालों में छत्तीसगढ़ में शराब, चावल रेत, गोठान, गोबर, PM आवास, भर्ती, पीएससी, व्यापमं से लेकर खनिज फंड तक में घोटाला किया गया है।
भाजपा का कहना है कि ये सिर्फ आरोप पत्र नहीं है, बल्कि सबूतों के साथ बताया जाएगा कि किस तरह राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को केंद्र की योजनाओं का लाभ नहीं दे रही।
भाजपा के आरोप पत्र को कांग्रेस झूठ का पुलिंदा करार दे रही है। साथ ही इस आरोप पत्र के जवाब में वो बीजेपी का काला चिट्ठा जारी करने की बात कह रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का कहना है कि वे प्रदेश की जनता को बताएंगे कि 15 साल में रमन राज में क्या-क्या हुआ और केंद्र की मोदी सरकार का काला चिट्ठा जनता के सामने रखेंगे।
भाजपा इस आरोप पत्र का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में प्रमुख अस्त्र के रुप में करने वाली है। जिसका संधान अमित शाह करने वाले हैं। वहीं कांग्रेस भी भाजपा के पुराने कार्यकाल को याद दिलाकर इसकी काट निकाल रही है।