May 20, 2024

2 मासूम बच्चों के लिए काल बना चाइनीज मांझा, गर्दन कटने से हुई दर्दनाक मौत

धार: मकर सक्रांति के दिन चाइनीज मांझा 2 मासूम बच्चों के लिए काल बनकर आया. दोनों बच्चों की चाइनीज मांझे से गर्दन कटी तथा उनकी मौत हो गई. एक घटना मध्य प्रदेश के धार की है. तो वहीं, दूसरा मामला गुजरात के महिसागर जिले का है. दोनों मासूमों की आयु सिर्फ सात और चार वर्ष थी. दोनों ही मामलों में बच्चे अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर सवार थे. तभी यह दुर्घटना हो गई. पहले मामले में धार जिले में बच्चा अपने पिता के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहा था. तभी मार्ग में चाइनीज मांझे से उसकी गर्दन कट गई. आनन-फानन में बच्चे को हॉस्पिटल ले जाया गया. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

वही एक न्यूज एजेंसी के अनुसार, घटना हटवारा चौक की है. 14 जनवरी को लोग मकर सक्रांति के उपलक्ष्य में पतंगबाजी कर रहे थे. यहाँ रहने वाले विनोद चौहान किसी काम के संबंध में घर से निकले. उनके 7 वर्षीय बेटे ने भी साथ चलने की जिद गई. विनोद ने उसे भी मोटरसाइकिल पर बैठाया तथा घर से निकल पड़े. मगर उन्हें नहीं पता था कि रास्ते में उनके लिए क्या होने वाला है. विनोद मोटरसाइकिल चला रहे थे. तभी हटवारा चौक के पास पतंग उड़ाने वाला चाइनीज मांझा लटका हुआ था. विनोद को वो मांझा दिखाई नहीं दिया क्योंकि मांझा काफी बारीक था. बच्चा मोटरसाइकिल में आगे की ओर बैठा हुआ था. तभी चाइनीज मांझे से उसकी गर्दन कट गई. विनोद ने यह देखते ही तुरंत मोटरसाइकिल रोकी. खून से लथपथ अपने बेटे को प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, जहां से उन्हें जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया. वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

मामले में शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) रवींद्र वास्केल ने कहा कि जिन लोगों के पास चाइनीज डोर या धारदार डोर होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. धार की सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) रोशनी पाटीदार ने कहा कि प्रशासन ने बीते 10 दिनों में चीनी मांझा के खिलाफ अभियान चलाया है. उन्होंने कहा, ‘यह एक दुखद घटना है. हमने टीमें गठित की हैं तथा तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है.’ दूसरी घटना भी इसी से मिलती जुलती है. यहां रविवार को उत्तरायण के मौके पर चार का तरुण माच्छी अपने पिता के साथ बाइक पर बैठकर कहीं जा रहा था. तभी बोराड़ी गांव के पास चाइनीज मांझे से उसकी गर्दन कट गई. इस मामले में भी बच्चा मोटरसाइकिल के आगे ही बैठा हुआ था. जैसे ही बच्चे की गर्दन कटी, उसके पिता ने मोटरसाइकिल रोक दी. इससे पहले ही उसे चिकित्सालय पहुंचाया जाता, बच्चे की मौत हो चुकी थी. एक न्यूज एजेंसी के अनुसार,  उत्तरायण के दिन गुजरात में पतंग के धागे से कम से कम 66 लोग चोटिल हुए हैं. ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज ने बताया कि पतंग की डोर से 27 लोग अहमदाबाद में, वडोदरा में 7, सूरत में 6, राजकोट में 4 और भावनगर में 4 लोग घायल हुए हैं.