November 24, 2024

जबलपुर में 25 हजार के सिक्के लेकर पहुंचा निर्दलीय प्रत्याशी, गिनने में छूट गए अधिकारी के पसीने

लोकसभा चुनाव में नामांकन पत्र लेने का सिलसिला शुरू हो गया है. बुधवार को जबलपुर के एक युवा निर्दलीय प्रत्याशी विनय चक्रवर्ती भी लोकसभा चुनाव का फॉर्म लेने के लिए पहुंचे, लेकिन उन्होंने लोकसभा चुनाव के फॉर्म को लेने के लिए 25 हजार की चिल्लर जमा करवाई. देखते ही देखते ये खबर वायरल हो गई. इस पर जबलपुर कलेक्टर ने कहा कि कुछ लोग नियम की आड़ में प्रशासनिक अधिकारियों को परेशान करते हैं. जबकि, विनय चक्रवर्ती का कहना है कि वो तो ऑनलाइन पैसा जमा करने के लिए गए थे. लेकिन चुनाव आयोग के पास ऑनलाइन पैसे लेने की व्यवस्था ही नहीं है. इसलिए उन्होंने चिल्लर ही जमा करवा दिए.

जबलपुर के एलएलबी की पढ़ाई करने वाले विनय चक्रवर्ती ने जबलपुर लोकसभा से सांसद पद के लिए नामांकन पत्र खरीदा है. जब विनय चक्रवर्ती अपने मित्रों के साथ नामांकन पत्र खरीदने पहुंचे, तो उन्हें नामांकन का कार्य कर रहे अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए उन्हें 25 हजार रुपये जमा करवाने पड़ेंगे. यह राशि उन्हें कैश के रूप में जमा करवानी होगी. विनय चक्रवर्ती ने अधिकारियों से ऑनलाइन पेमेंट ऑप्शन के लिए पूछा. लेकिन अधिकारियों ने कहा कि यहां ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है.

विनय चक्रवर्ती को उस समय कुछ समझ में नहीं आया. उन्होंने अपने दोस्तों को फोन लगाया. कुछ छोटे दुकानदार जो उन्हें समर्थन दे रहे थे, उन लोगों ने कहा कि आप चिंता न करें. हम पैसों का बंदोबस्त करते हैं. फिर थोड़ी ही देर में वे ढेर सारे चिल्लर लेकर वहां पहुंच गए. विनय चक्रवर्ती ने फिर 25 हजार रुपये जमा करवाए लेकिन चिल्लर के रूप में. सभी सिक्के 10 रुपये के थे. जिनको गिनने में निर्वाचन पदाधिकारी को 3 घंटे लग गए. विनय चक्रवर्ती का कहना है कि ‘उनकी कोई मंशा किसी को परेशान करने की नहीं थी, लेकिन उनके पास में उस समय जो कैश उपलब्ध हो पाया, उसे इसी तरीके से उन्होंने जमा किया.’

‘कैश लेने का ही नियम है’

इस मुद्दे पर जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि ‘पैसा किस मुद्रा में दिया जा रहा है, यह जरूरी नहीं है. लेकिन नियम पैसे को कैश में लेने का ही है. इसलिए पैसे कैश ही लिया गया. हालांकि, उन्होंने इस बात तंज कसते हुए कहा कि ‘कई बार ऐसे लोग आते हैं. जो प्रशासनिक लोगों को परेशान करना चाहते हैं.