May 3, 2024

भिलाई इस्पात संयंत्र ने वर्ष 2023-24 में उत्पादन के सभी प्रमुख मापदंडों में रिकॉर्ड प्रदर्शन कर दर्ज की नई ऊंचाई

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने वित्त वर्ष 2023-24 में उत्पादन के सभी प्रमुख मापदंडों में रिकॉर्ड प्रदर्शन दर्ज किया है। संयंत्र की ब्लास्ट फर्नेसों ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ 5.98 मिलियन टन हाॅट मेटल उत्पादन दर्ज कर, वर्ष 2010-11 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 5.71 मिलियन टन को पार किया। इसके अंतर्गत संयंत्र की सबसे बड़ी फर्नेस, ब्लास्ट फर्नेस-8 द्वारा अब तक का उच्चतम हाॅट मेटल उत्पादन 2.68 मिलियन टन शामिल है जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 2.54 मिलियन टन से अधिक है।
वित्त वर्ष 2023-24 में एसएमएस-2 और एसएमएस-3 ने मिलकर कुल 5.67 मिलियन टन का उच्चतम क्रूड स्टील का उत्पादन दर्ज कर, वित्त वर्ष 2010-11 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 5.33 मिलियन टन को पार किया है। इसके अंतर्गत माॅडेक्स यूनिट, एसएमएस-3 द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ कास्ट स्टील उत्पादन 3.44 मिलियन टन दर्ज किया गया, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 3.06 मिलियन टन उत्पादन से अधिक है।
वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ सेलेबल स्टील उत्पादन 5.23 मिलियन टन दर्ज किया गया, जो कि वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 4.82 मिलियन टन से कहीं अधिक है। वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज 4.43 फिनिश्ड स्टील उत्पादन को पार कर संयंत्र ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ फिनिश्ड स्टील उत्पादन 4.57 मिलियन टन दर्ज किया।
सिंटर प्लांट्स द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ 8.74 मिलियन टन सिंटर उत्पादन दर्ज किया गया, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 8.03 मिलियन टन से अधिक है। इसके अंतर्गत सिंटर प्लांट-3 द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ सिंटर उत्पादन 5.93 मिलियन टन शामिल है, जो कि वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 5.43 मिलियन टन उत्पादन से अधिक है। संयंत्र के कोक ओवन ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रतिदिन औसतन 784 ओवन पुशिंग रिकॉर्ड दर्ज कर, वित्त वर्ष 2010-11 में दर्ज प्रतिदिन 769 ओवन पुशिंग रिकाॅर्ड को पार किया।
लांग रेल उत्पादन के क्षेत्र में, यूनिवर्सल रेल मिल ने पिछलेे वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज 7.90 लाख टन के पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन की तुलना में अब तक का सर्वश्रेष्ठ 8.53 लाख टन प्राइम रेल उत्पादन दर्ज किया। रेल एवं स्ट्रक्चरल मिल ने भी वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 1.52 लाख टन लांग रेल उत्पादन को पार करते हुए, अब तक का सर्वश्रेष्ठ 1.71 लाख टन लांग रेल उत्पादन रिकॉर्ड दर्ज किया। संयंत्र ने वित्त वर्ष 2023-24 में अब तक का सर्वश्रेष्ठ कुल 10.20 लाख टन लांग रेल उत्पादन दर्ज कर, वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ 9.09 लाख टन उत्पादन को पार किया। वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय रेलवे को लांग रेल के 1082 रेक भेजे गए जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में भेजे गए 1000 रेक से अधिक है।
माॅडेक्स यूनिट, बीआरएम ने 9 लाख टन की अपनी वार्षिक मापित क्षमता को पार कर, वित्त वर्ष 2023-24 में 9.75 लाख टन का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन दर्ज किया, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में दर्ज पिछले सर्वश्रेष्ठ उत्पादन 8.40 लाख टन से अधिक है।
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दिंनाक : 02.04.2024
भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय में कोल्पोस्कोपी कार्यशाला का आयोजन
भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य चिकित्सालय, जवाहरलाल नेहरु एवं अनुसंधान केंद्र के प्रसूति एवं स्त्री रोग और प्रजनन स्वास्थ्य विभाग द्वारा, 31 मार्च 2024 को एक लाइव कोल्पोस्कोपी कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन, सीएसआर-आरसीएच पहल के तहत की गई थी।
कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ एम रविन्द्रनाथ के मार्गदर्शन में किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ विनीता द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ के ठाकुर सहित एसीएमओ एवं प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ संगीता कामरा उपस्थित थे।
कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांए) डॉ प्रमोद बिनायके द्वारा किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ कॉन्फ्रेंस हॉल में दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। डॉ बिनायके ने सभा को संबोधित कर इस कार्यशाला का महत्व बताया। डॉ संगीता कामरा ने इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला सत्र के लिए फैकल्टी के रूप में प्रतिष्ठित कोल्पोस्कोपी विशेषज्ञ डॉ आशा जैन वहाँ उपस्थित थीं। डॉ आशा जैन, एसएमएसए हॉस्पिटल रायपुर, यूएसजी और कोल्पोस्कोपी के लिए एफओजीएसआई मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण केंद्र की निदेशक हैं, जो आईएससीसीपी कोल्पोस्कोपी की ट्रेनर भी हैं। नागपुर से आई डॉ लीना बिरे, इस कार्यशाला सत्र के लिए दूसरी फैकल्टी थीं। सलाहकारों के साथ-साथ डीएनबी प्रशिक्षुओं को विचार-विमर्श और प्रक्रिया के (प्रैक्टिकल डेमोंस्ट्रेशन) व्यावहारिक प्रदर्शन से काफी लाभ हुआ।
कार्यशाला को आगे बढ़ाते हुए, गेस्ट फैकल्टी द्वारा सत्रों का संचालन किया गया। जिसमें डॉ आशा जैन ने, सर्वाइकल पैथोलॉजी के सभी व्यावहारिक पहलुओं की संक्षिप्त जानकारी प्रदान की। डॉ लीना बिरे ने, सभी आयामों में कोल्पोस्कोपी, कोल्पोस्कोपिक निष्कर्षों के पैथोलॉजिकल आधार के साथ-साथ सर्वाइकल इंट्रा एपिथेलियल नियोप्लासिया के प्रबंधन में कोल्पोस्कोपी की भूमिका के बारे में चर्चा की। डॉ आशा जैन और डॉ लीना बीरे ने भी कैंसर की रोकथाम के महत्व के बारे में चर्चा की।
कार्यशाला के दौरान, स्त्री रोग ओपीडी में 27 महिलाओं की जांच की गई और इसका कॉन्फ्रेंस हॉल में लाइव प्रसारण किया गया। कोल्पोस्कोपी, गर्भाशय के एंट्री पॉइंट की सूक्ष्म संरचना को देखने के लिए की जाने वाली एक जांच है, जो कैंसर के लिए एक आम जगह है।
यदि कोलोस्कोप का उपयोग करके समय पर जांच कराने से प्रीकैंसर चरण की पहचान की जाती है, तो उचित उपचार और देख-रेख से कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है। भारत में महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। दुनिया भर में हर साल लगभग 6.6 लाख महिलाओं में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का पता चलता है, जिनमें से लगभग 1.5 लाख महिलाएं भारत से होती हैं।
सर्वाइकल कैंसर से हर साल लगभग 65 हजार मौतें होती हैं। सर्वाइकल कैंसर एकमात्र ऐसा कैंसर है जिसे शीघ्र पता लगाने के लिए की जाने वाली स्क्रीनिंग से, टीके से तथा समय पर इलाज से 100 प्रतिशत रोका जा सकता है।
डब्ल्यू एच ओ ने वर्ष 2030 तक 90-70-90 का लक्ष्य रखा है। इसका मतलब है कि 15 वर्ष की आयु तक 90 प्रतिशत किशोरियों का टीकाकरण किया जाना चाहिए, 35 वर्ष की आयु तक कम से कम 70 प्रतिशत महिलाओं की जांच की जानी चाहिए और 2030 तक 90 प्रतिशत महिलाओं का उचित इलाज किया जाना चाहिए।
कोल्पोस्कोपी कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए महिलाओं की जांच करने वाले उपकरणों में से एक है। कैंसर का संकेत मिलने पर, समय-समय पर किये जाने वाले स्त्री रोग संबंधी जांच, पीएपी स्मीयर और कोल्पोस्कोपी कैंसर के कारण होने वाले मृत्यु को रोकने में काफी मदद करती है।
एसीएमओ और ओ एंड जी यूनिट 2 के प्रमुख डॉ रोशन हुसैन ने कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन दिया। उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रभदीप कौर और डॉ हिमानी गुप्ता ने किया।
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दिनांक : 02.04.2024
राजहरा में अखिल भारतीय गोल्ड फूटबाल प्रतियोगिता का आयोजन
दल्ली राजहरा स्थित बीएसपी लौह अयस्क खदान समूह राजहरा मांइस के निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व विभाग और क्रीड़ा एंव मंनोरंजन परिषद द्वारा आयोजित, आल इंडिया गोल्ड कप फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन 27 मार्च 2024 को किया गया था। इस उद्घाटन समारोह में भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (कार्मिक एवं प्रसाशन) श्री पवन कुमार, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। ये टूर्नामेंट दो सत्रों में आयोजित करायी गयी थी। प्रथम सत्र में युनाइटेड फुटबॉल क्लब उड़ीसा और बक्सर बिहार के मध्य और दूसरी पाली में राजहरा माइंस और केरला पुलिस के मध्य खेला गया।
इस प्रतियोगिता के तहत प्रतिदिन रात्रि में फ्लड लाइट में दो- दो मैच खेले जा रहे है। प्रतियोगिता के तहत लगातार सात दिन विभिन्न टीमों ने लीग मैच के आधार पर अपने –अपने मैच खेले। प्रतियोगिता के अंतिम दिन 4 अप्रैल को फ़ाइनल मैच खेला जाएगा। इस अवसर पर संयंत्र के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दास गुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। संध्या 7:30 बजे आयोजित इस अखिल भारतीय गोल्ड फूटबाल प्रतियोगिता का समापन भी होगा।
फुटबॉल प्रतियोगिता के पांचवें दिन 31 मार्च को टूर्नामेंट में दो पाली में मैच खेले गये, जिसमे पहले पाली में युनाइटेड फुटबॉल क्लब उड़ीसा ने, बक्सर बिहार को शून्य के मुकाबले एक गोल से हराया और मध्यान्तर तक दोनों ही टीमें 0 – 0 की बराबरी पर टिके रहे। मध्यांतर उपरान्त उड़ीसा के प्रफुल्ल लकरा ने, निर्धारित समय पर पहला गोल कर बिहार टीम को हराकर इस मैच को अपने नाम कर लिया।
वहीं दूसरी पाली में ये मैच राजहरा माइंस और केरला पुलिस के मध्य खेला गया जहां दोनों ही टीम एक -एक गोल की बराबरी पर ड्रा खेला और मध्यांतर तक दोनों ही टीमें एक एक गोल की बराबरी पर टिके रहें। केरला पुलिस की ओर से जिमशाद ने खेल मैदान में जबरदस्त प्रदर्शन से टीम को एक गोल से बढ़त दिलाई। इसके कुछ समय बाद राजहरा माइंस के खिलाड़ियों ने जबरदस्त काउंटर अटैक करते हुए, केरला पुलिस पर हमला किया और गोलपोस्ट डी के पास राजहरा के खिलाड़ियों को फाउल खेलने पर फ्री पेनाल्टी शूटआउट मिला। जिसे खेल के 35 वे मिनट में राजहरा मांइस के संजय कुमार ने गोल में बदलकर मुकाबला बराबरी पर ला दिया। इस तरह राजहरा माइंस एंव केरला पुलिस के बीच खेला गया मैच बराबरी पर छूटा। हाफटाइम तक दोनो टीम एक एक की बराबरी पर रहे इसके दोनों ही टीमों को गोल करने के बढ़िया अवसर मिला लेकिन दोनों टीम के खिलाड़ी बढ़त बनाने में सफल नही हो पाये।
इस अवसर पर राजहरा मांइस फुटबॉल संघ के अध्यक्ष श्री राजेंद्र बेहरा, उपाध्यक्ष श्री मुकुल वर्मा, सचिव श्री त्रिनाथ नायडू, संगठन सचिव श्री गौतम बेहरा, श्री कमलाकर सिंह, श्री मनोज परेरा, वरिष्ठ गोलकीपर श्री ए उदय कुमार, श्री रविकांत नायडू, श्री शेषनाथ गुप्ता, श्री परमेश्वर डहरवाल, श्री अजय ऑस्टिकर, श्री विजय सिंह, श्री नरेन्द्र कुमार, श्री विल्सन फर्नाडीज, श्री अवधराम, श्री हरख साहू, श्री बृजलाल महतो, श्री संजय रावत, श्री अमृत लाल, मो इरशाद सहित बड़ी संख्या में राजहरा नगर के खेलप्रेमी जनता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन भूषण निर्मलकर ने किया।
प्रतियोगिता के पांचवें दिन दोनों लीग मैच के सफलता में मैच कमिश्नर रूबी डेविड, चीफ रैफरी श्री प्रफुल्ल कुमार, सहायक रैफरी श्री शंकर बहादुर लामा, श्री अमन कुमार, श्री दीपेश डे की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
प्रतियोगिता के छठवां दिन पहला लीग मैच बंगलौर एंव पं. बंगाल के बीच एंव दूसरा लीग मैच नारायणपुर छ.ग. विरूद्ध केरला इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के मध्य खेला जायेगा।
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दिनांक 02.04.2024
भिलाई टाउनशिप में ‘भिलाई रन्स फॉर वोट’ मैराथन का आयोजन
दुर्ग जिला प्रशासन, जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय, दुर्ग तथा सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र व जिला शिक्षा विभाग ने, ‘भिलाई रन्स फॉर वोट’ मैराथन का आयोजन किया। यह आयोजन 02 अप्रैल 2024 को ‘चुनाव का पर्व-देश का गर्व’ मतदाता जागरूकता अभियान के तहत, आगामी लोकसभा निर्वाचन में मतदान में वृद्धि करने हेतु किया गया। जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन ने सुबह 7 बजे, आगामी चुनावों में बड़े पैमाने पर नागरिकों, विशेषकर युवाओं को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु, सेक्टर 9 चौक से मैराथन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर, नगर निगम आयुक्त श्री देवेन्द्र ध्रुव, महाप्रबंधक (कार्मिक- नॉन वर्क्स एंड माइंस) श्री सूरज कुमार सोनी, उप महाप्रबंधक (क्रीड़ा, सांस्कृतिक और नागरिक सुविधाएं) श्री एस आर जाखड़, महिला बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग के अधिकारी, संयंत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण और कर्मचारीगण, खिलाड़ी, छात्र-छात्राओं सहित बड़ी संख्या में भिलाई टाउनशिप के नागरिक उपस्थित थे।
यह मतदाता जागरूकता मैराथन और मतदाता जागरूकता के विभिन्न आयोजन, दुर्ग कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि श्री अश्वनी देवांगन ने अपने संबोधन में कहा, कि कई मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों के बावजूद, शहरी क्षेत्रों में, विशेष रूप से दुर्ग और रायपुर जिलों में मतदान प्रतिशत कम हो रहा है। कई नागरिक अपने मताधिकार का प्रयोग करने से बचते हैं। वोट देने का अधिकार व्यर्थ नहीं जाना चाहिए और नागरिको, विशेषकर युवाओं को अपने मताधिकार का उपयोग, लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए करना चाहिए। उन्होंने कहा, हमने सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ हाथ मिलाया है ताकि भिलाई टाउनशिप का प्रत्येक व्यक्ति न केवल स्वयं मतदान करे, बल्कि अपने सहकर्मियों, दोस्तों, पड़ोसियों, रिश्तेदारों और आसपास के सभी लोगों को आने वाले चुनावों में अपने वोट का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करे। वोट देकर राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दें।
इस अवसर पर, नगर निगम आयुक्त श्री देवेन्द्र ध्रुव ने उपस्थित नागरिकों को मतदाता जागरूकता हेतु शपथ दिलाई। भिलाई और आसपास के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के लगभग 300 प्रतिभागियों, एथलीटों, बीएसपी कर्मचारियों और भिलाई के नागरिकों ने इस मैराथन में भाग लिया। जो सेक्टर 9 चौक से शुरू होकर सेक्टर 8 चौक से होते हुए, सेक्टर 9 स्थित, जवाहरलाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के सामने संपन्न हुई।
लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु, भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा भी समय-समय पर ऐसे कई मतदाता जागरूकता कार्यक्रम और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
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