साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल साहू का बयान अमर्यादित-विजय साहू
कहा पूर्व मुख्यमंत्री बघेल के सानिध्य में उनका कार्य संदिग्ध
भाजपा को वोट नही देने वाले बयान का मैं करता हूं विरोध
भिलाई। साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल साहू द्वारा भाजपा को वोट नही देने का जो बयान जारी किये है वह सीधे सीधे कांग्रेस को समर्थन कर रहे है। वह सीधे तौर पर छग के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के संरक्षण में साहू समाज को चला रहे है। उनकेा इस तरह की बातें नही करनी चाहिए और उनको तथस्त रहना चाहिए। कांग्रेस व भाजपा का आरोप प्रत्यारोप चलता रहता है लेकिन टहल साहू को इससे बचते हुए समाज के हित का काम करना चाहिए। ऐसा पहली बार है कि समाज के अध्यक्ष इस तरह का बयान दे रहे है ये दुर्भाग्यजनक है मैं इसका विरोध करता हूं। उक्त बातें आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व क्रेडा सदस्य एवं भाजपा नेता विजय साहू ने कही। मैं टहल साहू को अपना ये दिये गये बयान पर फिर से विचार करना चाहिए और अपना ये बयान वापस लेना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मैं अपील करता हूं कि टहल साहू सामाजिक व्यवस्था को बनाये रखने का कार्य करें क्योंकि वे हमारे अगुवा है, वह सचेत हो जायें और ऐसा बयानबाजी न करें। इसके बाद भी यदि बात नही बनी तो हमारे द्वारा इनकी शिकायत साहू समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष से किया जायेगा। वे समाज के समस्या का निराकरण करें। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए विजय साहू ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव में समाज के दो लोगों को टिकिट दिया है और भाजपा ने एक व्यक्ति को, लेकिन ये पार्टी स्थिति व परिस्थिति के अनुसार टिकिट देती है। मैं ये कहना चाहता हूं कि जब इससे पूर्व कांग्रेस सरकार में खुज्जी विधानसभा में बंटी छन्नी साहू, व कसडोल से शंकुतला साहू का जब कांग्रेस ने टिकिट काट दी और नही दी तब टहल साहू क्यों मोैन थे बल्कि वे अपने चहेते संदीप साहू को टिकिट दिलाने का काम किये। साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष टहल अपने किये गये कृत्योंपर पुन: विचार करें। समाज के पूर्व अध्यक्ष स्व. अर्जुन हिरवानी समाज हित का अच्छा काम किये। टहल साहू ने अपना रवैया बदलेे थे और वे नशा के विरूद्ध पदयात्रा निकाले थे, वह भी आधा अधूरा किये। वे समाज सुधारों के कार्यो को रोके। प्रदेश अध्यक्ष टहल साहू आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सानिध्य में रहकर काम कर रह है और उनका बदस्तुर ऐसा कार्य जारी है। उनकी भूमिका अमर्यादित है, मेरा ऐसा मानना है कि ये सारी बातें मीडिया में आने के बाद वे सचेत हो जायेंगे।