प्लेसमेंट में दबदबा, इनोवेशन पर जोर और स्कॉलरशिप की मदद…चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी बना रही कीर्तिमान
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय सफलता की नई ऊंचाइयां हासिल कर रहा है. हाल ही में क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सब्जेक्ट रैंकिंग 2024 में सीयू ने दुनियाभर में अपनी स्थिति मजबूत की है. सोमवार को यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. आरएस बावा ने हिसार में प्रेस कांफ्रेस की. उन्होंने अपने यूनिवर्सिटी की उपलब्धियां गिनाईं और बताया कि क्यों चंडीगढ़ स्टूडेंट्स के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को वो सारी सहायता देते हैं ताकि वो अपने पसंद का करियर चुन सकें.
प्रोफेसर डॉ. आरएस बावा ने कहा कि पिछले एक साल में कम से 904 मल्टी नेशनल कंपनियां प्लेसमेंट देने के लिए आई थी. पिछले एक साल में ही 5125 स्टूडेंट्स को नौकरियां मिलीं. अमेरिकन कंपनियों ने सबसे ज्यादा बड़ा पैकेज दिया. कुल 1.7 करोड़ का पैकेज. तो वहीं जो भारतीय कंपनियां बच्चों को नौकरियां देने आई थी उन्होंने 54.75 लाख के पैकेज पर छात्रों को नौकरी दी. आरएस बावा ने ये भी कहा कि ज्यादातर छात्रों को 10 लाख से उपर का पैकज मिलता ही मिलता है.
इनोवेशन और खोज पर भी काफी जोर
आरएस बावा ने इस दौरान जोर दिया कि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में सिर्फ किताबी ज्ञान पर ही नहीं बल्कि इनोवेशन और खोज में भी मनोबल बढ़ाया जाता है. उन्होंने कहा कि इस बात का सबूत ये है कि यूनिवर्सिटी ने 2600 से ज्यादा पेटेंट फाइल की है. जिसमें से अधिकतम छात्रों की तरफ से की गई है.
स्कॉलरशिप भी बढ़ाया गया
स्कॉलरशिप यानी छात्रवृत्ति कॉलेज के छात्रों के लिए वित्तीय सहायता के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. जिससे बच्चे अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित करने पाते हैं. प्रोफेसर आरएस बावा ने कहा कि स्कॉलरशिप की राशि बढ़ा दी गई है ताकि प्रतिभाशाली और होनहार छात्र इस कॉलेज के साथ जुड़ सके और आगे बढ़ सके. स्कॉलरशिप की राशि पहले 90 करोड़ थी जिसे अब बढ़ाकर 170 करोड़ कर दिया गया है.
जिन भी बच्चों को खेल में दिलचस्पी है उनके लिए भी खासी अच्छी सुविधाएं है. जिन बच्चों को एनसीसी में जाना है, किसी बड़े फाइनेंशियल कंपनियों में काम करना है या फिर खुद का बिजनेस खड़ा करने का सपना हो, उन सभी के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में सभी जरूरी और बुनियादी चीजे उपलब्ध हैं.