छत्तीसगढ़ के बस्तर में ई-रिक्शा से महिलाएं आत्मनिर्भरमहिलाएं हो रहीं हैं
रायपुर .छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी महिलाये इ रिक्शा चला कर रोजी रोटी कमा रहीं हैं तथा आत्म निर्भर हो रहीं हैं .दंतेवाडा जिले में यह प्रयोग पूरी तरह से सफल हो रहा है .कुछ समय पहले तक ये आदिवासी महिलाएं घरेलू कामों के अलावा, खेतों-खलिहानों में हाड़तोड़ मेहनत करती थीं। पसीना बहाने के बाद बमुश्किल चूल्हा जलता था।
लेकिन ई-रिक्शा ने उनकी जिंदगी में बहार ला दी। आज हाल यह है कि जिला मुख्यालय हो या फिर अंदरूनी इलाका, दंतेवाड़ा की सड़कों पर हर ओर ई-रिक्शा दौड़ाती महिलाएं नजर आ जाएंगी। तीन माह में ही जिले की 100 से अधिक महिलाओं ने स्वरोजगार के रूप में यह काम संभाला है।
महिलाओं की सफलता में जिला प्रशासन की अहम भूमिका है। ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे पहले प्रशासन ने उनका समूह बनाया।
प्रत्येक समूह को अनुदान पर दो-दो ई-रिक्शा उपलब्ध कराए और चलाने का प्रशिक्षण दिया। आज महिलाएं रोजाना पांच सौ से हजार रुपए तक की आमदनी कर घर-परिवार चला रही हैं।