December 23, 2024

थाना भेज्जी क्षेत्रान्तर्गत 01 नक्सल सप्लायर को गिरफ्तार करने में मिली पुलिस को बड़ी सफलता नक्सल सप्लायर से कलर प्रिंटर मशीन किया गया बरामद

 

अनवर हुसैन सुकमा

सुकमा जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है, इसी तारतम्य में कोंटा एरिया कमेटी के बड़े नक्सल नेताओं के लिये कलर प्रिंटर मशीन ले जाने की आसूचना पर दिनांक 22.12.2024 को थाना भेज्जी से जिलाबल एवं 219 वाहिनी सीआरपीएफ की संयुक्त पुलिस पार्टी द्वारा मोबाईल चेक पोस्ट कार्यवाही हेतु रवाना हुये कि मुखबीर द्वारा बताये गए मोटर सायकल हीरो स्प्लेंडर वाहन क्रमांक CG26 J 6371 आते हुये दिखाई दिया जो पुलिस चेकिंग कार्यवाही को देखकर मोटर सायकल को मोड़कर भागने का प्रयास कर रहा था जिसे पुलिस पार्टी द्वारा दौड़ाकर पकड़ा गया। पकड़े गये मोटर सायकल चालक से पूछताछ करने पर अपना नाम हिड़मा पिता स्व. बुधरा निवासी वीराभट्टी थाना भेज्जी जिला सुकमा (छ0ग0) का निवासी होना बताया। मोटर सायकल में रखे सामान के संबंध में पूछताछ करने पर संतोषजनक जवाब नही दिया जिस पर पुलिस को संदेह होने पर मोटर सायकल मे रखे सामान की चेकिंग करने पर 01 नग केनन कंपनी का कलर पिंटर मशीन, नक्सल पाम्पलेट एवं 01 बंडल कोरा कागज पाया गया। उक्त कलर प्रिंटर मशीन एवं नक्सल पाम्पलेट व कोरा कागज के संबंध में पूछने पर कोन्टा एरिया कमेटी के नक्सली माड़वी हितेश द्वारा 20,000/-बीस हजार रूपये देकर कलर प्रिंटर मशीन मंगवाना तथा नक्सल पाम्पलेट को उक्त 01 बंडल कोरा कागज में फोटो कापी कराकर आम जनता में बांटने के लिये नक्सल सदस्य माड़वी हितेश द्वारा देना बताया। आरोपी द्वारा कलर प्रिंटर मशीन को भद्राचलम से खरीदकर नक्सलियों को पहॅुचाने के लिए ला रहा था तथा पुलिस चेकिंग पार्टी को देखकर डर से भाग रहा था। उक्त आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर इसके पूर्व भी आरोपी द्वारा नक्सलियों को इन्वर्टर मशीन सहित अन्य नक्सल सामाग्री कोंटा एरिया कमेटी के प्रतिबंधित माओवादी संगठन को पहुंचाना बताया। उक्त कृत्य विधि विरूद्ध पाये जाने से थाना भेज्जी में अपराध क्रमांक 09/2024 धारा 8 (2) (3) (5) छत्तीसगढ़ विशेष जनसुरक्षा अधिनियम 2005 के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय पेश कर न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा गया। उक्त कार्यवाही में थाना भेज्जी पुलिस बल एवं 219 वाहिनी सीआरपीएफ की मुख्य भूमिका रही।