मोदी सरकार आमजन के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर- दक्ष वैद्य

*कैंसर जैसी गैर संचारी रोगों के उपचार तक की मुहैया कर रही है सुविधा
भाजपा युवा नेता एवं हिन्द सेना समाजसेवी संगठन युवा ब्रिगेड राष्ट्रीय अध्यक्ष दक्ष वैद्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और परिवार कल्याण मंत्रालय आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधा भी आमजन को मुहैया कराई जा रही है। स्तन कैंसर, मुख कैंसर, गर्भाशय कैंसर की रोकथाम के लिए मंत्रालय सजगता और सतर्कता से कार्य कर रहा है। केंद्र सरकार द्वारा सरकारी योजनाओं में मुख,स्तन और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर सहित आम गैर – संचारी रोगों की जांच एवं उपचार को शामिल किया है। गैर – संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार की ओर से एनपीएनसीडी कार्यक्रम चलाकर 770 जिला एनसीडी क्लीनीक स्थापित किए गए है। भाजपा युवा नेता दक्ष वैद्य ने बताया कि मोदी सरकार की ओर से कैंसर सहित प्रमुख गैर संचारी रोगों का उपचार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत मुहैया करवाया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रति वर्ष 5 लाख रूपए तक का उपचार प्रदान कराया जा रहा है। देश में 55 करोड़ लोगों को प्रतिवर्ष इस योजना का लाभ मिल रहा है। मोदी सरकार ने 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना के तहत स्वास्थ्य कवरेज में शामिल किया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य लाभ पैकेज के तहत मेडिकल आन्कोलॉजी, सर्जिकल आन्कोलॉजी, रेडिएशन आन्कोलॉजी और पैलिएटिव मेडिसिन की 500 से अधिक प्रक्रियाओं वाले 200 से अधिक पैकेजों में कैंसर का उपचार प्रदान करवाया जाता है।
भाजपा युवा नेता दक्ष वैद्य ने बताया कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना में आमजन को किफायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जा रही है। देशभर में फरवरी 2025 तक देशभर में 15057 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके है। इन केंद्रों पर 2047 प्रकार की दवा और 300 से अधिक सर्जिकल उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे है। इनमें से 87 उत्पाद कैंसर के उपचार लिए उपलब्ध है। वहीं देश भर में 222 अमृत औषधालय भी खोले गए है। कैंसर जैसी बीमारियों के रोकथाम और नियंत्रण के लिए विशिष्ट कैंसर स्वास्थ्य परिचर्चा सुविधा केंद्रों का सुदृढ़ीकरण की योजना को लागू किया जा रहा है। अब तक 19 राज्य कैंसर संस्थान और 20 विशिष्ट कैंसर स्वास्थ्य परिचर्या केंद्र को मंजूरी दी गई।