दुर्ग शहर विधानसभा को मिल सकता है नया युवा चेहरा :
छत्तीसगढ़ में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में जहाँ कॉंग्रेस पार्टी कई नये प्रत्याशी मैदान में उतारने की बात कर रही है वही दुर्ग में भी युवा नेता भुवनेश कुमार साहू की प्रबल दावेदारी से युवाओं के बीच एक नया जोश दिख रहा है l यदि संगठन भुवनेश कुमार साहू को दुर्ग शहर से विधानसभा का प्रत्याशी बनाती है तो सीधे तोर पर बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है l
बीजेपी सिर्फ वर्तमान कार्यप्रणाली के आधार पर अपनी रणनीति व समीकरण तैयार की है l लेकिन वही नया युवा प्रत्याशी के विरुद्ध इनकी कोई भी रणनीति बनती नहीं दिख रही है l शहर में चल रहे वातावरण में भी भुवनेश कुमार साहू सारे सामाजिक समीकरण में भी फिट बैठते दिख रहे है l यदि जिले में कांग्रेस की इतिहास की बात करें तो आज से 30 वर्ष पूर्व भी कांग्रेस अपना दाँव युवाओं पर खेली थी, जो आज प्रदेश में संगठन व शासन के शीर्ष नेतृत्व कर राज्य को खुशहाल व विकसित कर रहे है l स्वर्गीय श्री मोतीलाल वोरा जी के दुर्ग विधानसभा छोड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी का अरुण वोरा को 32 वर्ष में टिकट देना युवा सोच को आगे लाने एक सार्थक प्रयास था l आज 30 वर्ष बाद शायद कॉंग्रेस पार्टी को फिर से दुर्ग शहर को एक नयी सोच, नयी ऊर्जा व नयी दिशा के साथ कार्य करने वाले युवा की जरुरत है जो कार्यकर्ताओ के हाथ को मजबूती दे सके साथ ही दुर्ग की जनता के विश्वास पर पूर्ण रूप से खरा उतर सके l यदि बात सामाजिक समीकरण की करें तो भुवनेश कुमार साहू, साहू समाज के जिले साहू संघ व प्रदेश साहू समाज युवा प्रकोष्ठ में बतौर प्रदेश पदाधिकारी अपनी सेवा देते आ रहे है l
जहाँ एक तरफ बीजेपी अपनी पहली प्रत्याशीयों की सूची में 21 में से 4 टिकट साहू समाज को दी है इसके फलस्वरूप यदि दुर्ग शहर से भुवनेश कुमार साहू को टिकट मिलती है तो बीजेपी के सारे गणित फेल होना तय है l