ड्राइवर नहीं… कंडक्टर चलाएगा बस… जानें क्यों लोग करने लगे अचानक ऐसी मांग? इसके बाद…
सन्नी देओल की फिल्म गदर का एक गाना खूब पॉपुलर हुआ था ‘मैं निकला गड्डी लेकर…’ कुछ ऐसा ही नजारा शुक्रवार शाम को मुंबई-गोवा हाईवे पर देखने को मिला. जब एक कंडक्टर को बस चलानी पड़ी जब उसमें 32 लोगों सवार थे. कंडक्टर ने 60 किलोमीटर तक बस चलाई. बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने रास्ते में शराब पी ली थी जिसके बाद वह नशे में बस चला रहा था जिससे बस में सवार लोगों की जान जोखिम में थी. इसके चलते कंडक्टर को बस चलानी पड़ी.
जब कंडक्टर ने देखा तो ड्राइवर नशे में धुत है तो उसने उसे ब्रेक लेने को कहा और खुद गाड़ी चलाने के लिए मनाने लगा. जब ड्राइवर मान गया तो कंडक्टर ने उसे ड्राइवर सीट से हटाकर खुद स्टेयरिंग थाम ली और यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया. हालांकि यात्रियों की शिकायत पर ड्राइवर को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि एसटी बस शाम 4.30 बजे श्रीवर्धन बस डिपो से निकली थी. जब यह माणगांव डिपो पहुंची, तो ड्राइवर अबाजी धडस (40) नीचे उतरा और पास की एक शराब की दुकान पर गया. बस के कंडक्टर अभय कसार (32) ने उसे शराब की दुकान में घुसते हुए देखा.
जब बस में बैठे लोगों ने देखा कि मानगांव बस स्टॉप से छोड़ने के बाद ड्राइवर लापरवाही के साथ गाड़ी चला रहा है, तो यात्रियों को पता चला कि वह नशे में है. इसके बाद 10 किलोमीटर तक यात्रियों को लगा कि ड्राइवर बहुत तेज रफ्तार में कार चला रहा है. इसके बाद लोगों ने कहा कि एसटी बस कंडक्टर अभय कसार बस चलाएगा. लोगों ने ड्राइवर को स्टेयरिंग छोड़ने को कहा.
इसके बाद कंडक्टर ड्राइवर के केबिन तक गया और धीरे से ड्राइवर से बस को थोड़ी देर बस रोकने को कहा. कंडक्टर ने बस ड्राइवर से यात्रियों और सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए उसे ब्रेक लगाने को कहा. बताया जा रहा है कि ब्रेक लगाने के बाद अपनी सीट से उठते हुए ड्राइवर लड़खड़ा गया और इसके बाद वह बस में पीछे वाली खाली सीट पर जाकर बैठ गया.
एसटी बस कंडक्टर आधिकारिक तौर पर अपनी बसें चलाने के लिए पात्र हैं. राज्य बस निकाय के भर्ती नियमों के अनुसार, अधिकांश एसटी बस कंडक्टरों के पास ड्राइविंग लाइसेंस है और आवश्यकता पड़ने पर कंडक्टर बस भी चला सकते हैं. इस तरह के मामलों में कंडक्टर को बस चलाते समय अगर बस में कोई यात्री चढ़ता है तो उन यात्रियों को टिकट भी काट कर देनी पड़ती है. कंडक्टर ने बस को करीब 60 किलोमीटर तक चलाया जबकि ड्राइवर को नशे में झपकी आ गई. कंडक्टर ने पेन के रामवाड़ी में एसटी जिला मुख्य कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई और नशे में धुत ड्राइवर के बारे में श्रीवर्धन एसटी डिपो और राज्य बस निकाय के यातायात अनुभाग के अधिकारियों को भी सूचित किया.