सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक का खतरा? जानें कारण और उपचार
हार्ट अटैक एक गंभीर मेडिकल स्थिति है जिसे मानव दिल के संबंधित हिस्से में रक्तसंचार की कमी के कारण होता है. इसका अधिकांश समय धमनियों की एक ब्लॉकेज के कारण होता है, जिससे रक्तसंचार बंद हो जाता है और जिस हिस्से को इस धमनी से आता है, वह हिस्सा मर जाता है. अक्सर हार्ट अटैक के समय व्यक्ति की छाती में तेज दर्द होता है, यह दर्द छाती के केंद्र में हो सकता है या बाएं हाथ, बाएं कंधे, बाएं गले या दाएं हाथ में भी फैल सकता है. हार्ट अटैक के समय व्यक्ति को श्वास की समस्या हो सकती है और उसे अचानक से सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. व्यक्ति को अत्यधिक थकान और कमजोरी भी महसूस हो सकती है. कुछ व्यक्तियों को हार्ट अटैक के समय मतली और उल्टियों की समस्या हो सकती है. हार्ट अटैक का खतरा सर्दियोवास्कुलर रोग के कारण बढ़ सकता है, और इसमें कई कारण शामिल हो सकते हैं. सबसे सामान्य कारण क्या हैं आइए जानते हैं.
हार्ट अटैक के कारण
आर्थरोस्क्लेरोसिस : यह हृदय और अंगीना के पीछे का मुख्य कारण हो सकता है. इसमें धमनियों में यह अवस्था होती है कि वह धीरे-धीरे घातक पदार्थों से भरी हो जाती हैं, जिससे धमनियों की स्थिति कमजोर हो जाती है और यह अवस्था विभिन्न भागों में हृदय अटैक का कारण बन सकती है.
* चरणों का बढ़ना: उम्र के साथ, आमतौर पर, धमनियों की लकीरें और गड्ढे बढ़ते हैं, जिससे हृदय को आवश्यक नुत्रिएं पहुंचाने की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
* उच्च रक्तचाप : उच्च रक्तचाप हृदय से जुड़े तंतु तंतुओं को बढ़ा सकता है जिससे यह ज्यादा मेहनत करता है और उसमें दबाव बढ़ सकता है, जिससे अंगिना और हृदय अटैक का खतरा बढ़ सकता है.
डायबीटीज : डायबीटीज के संरक्षण रूप से नियंत्रण में कमी होने पर रक्त शर्करा स्तर बढ़ सकता है, जिससे हृदय समस्याएं बढ़ सकती हैं.
* धूम्रपान: सिगरेट में मौजूद निकोटीन और अन्य विषाक्त पदार्थ हृदय स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं, जिससे अवसाद और हृदय अटैक का खतरा बढ़ सकता है.
* वसा तंतुओं का बढ़ना: उच्च रसों में, खाद्य से ली गई अत्यधिक आलस्टेरॉल वसा तंतुओं का निर्माण करने के लिए प्रचुर मात्रा में हो सकता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है.
उपचार:
* स्वस्थ जीवनशैली: योग्य आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान से बचाव, और सही नींद स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा होना चाहिए.
* दवा चिकित्सा: चिकित्सक द्वारा सलाह ली जाने वाली दवाओं का सही तरीके से लेना और रक्तचाप, रक्त शर्करा, और आलस्टेरॉल को नियंत्रित करना महत्वपूर्ण है.
* नियमित चेकअप: नियमित रूप से चिकित्सक से मानसिक स्वास्थ्य की जांच करवाना और उनकी सलाहों का पालन करना चाहिए.
* व्यायाम: नियमित व्यायाम से हृदय को मजबूती मिलती है और खून संचार बेहतर होता है.
* धूम्रपान और शराब से बचाव: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन कम करना या बंद करना हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है.
* स्ट्रेस की प्रबंधन: स्ट्रेस की प्रबंधन तकनीकें जैसे कि ध्यान और योग मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती हैं.
अगर आपको लगता है कि आपको हृदय संबंधी समस्या है या आपका हृदय अटैक का खतरा है, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और सही उपचार का पालन करें.