जिला प्रशासन ने जारी किया पत्र, दुर्ग की जनता बोली- आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे
छत्तीसगढ़ शासन वक्फ बोर्ड रायपुर ने दावा किया है कि दुर्ग की आधे से अधिक जमीन उनकी है। उस जमीन पर उनका हक होना चाहिए। इसके लिए वक्फ बोर्ड ने बकायदा रायपुर में आवेदन लगाया है। इस आवेदन के बाद तहसीलदार कार्यालय दुर्ग ने एक पत्र जारी किया । वक्फ बोर्ड के इस दावे के खिलाफ पूरा दुर्ग उमड़ पड़ा है। उनका कहना है कि, यदि इस तरह का षडयंत्र किया जाएगा तो दुर्ग की जनता आर-पार की लड़ाई लड़ेगी।दुर्ग जिले के अधिवक्ता द्रोण ताम्रकार ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड रायपुर ने एक आवेदन किया था। उसमें कहा गया कि 1993 में संसोधन के बाद एक अधिनियम लाया गया। उसमें दावा किया गया कि दुर्ग शहर की आधे से अधिक जमीन उनकी है। उसमें बोला गया है कि जहां-जहां उनकी मस्जिद या मकबरा बना है उसके आसपास की जमीन वक्फ बोर्ड की रहती है। इसके बाद तहसीलदार दुर्ग ने 21 अक्टूबर 20211 क उद्घोषणा जारी की और 15 नवंबर 2022 तक दावा आपत्ति मांगी गई थी। उसीलिए यहां 6 हजार से अधिक लोग अपनी आपत्ति दर्ज करने आए हैं। उनका कहना है कि उनके पास उनकी जमीन का पट्टा, ऋण पुस्तिका, खसरा सारा रिकॉर्ड है। वह कई सौ सालों से यहां रहते आ रहे हैं। ऐसे में सरकार उनकी जमीन कैसे वक्फ बोर्ड को दे सकती है। जितेंद्र दास गुप्ता की जमीन में बसा है दुर्ग अधिवक्ता द्रोण ताम्रकार ने बताया कि दुर्ग शहर में आधे से अधिक जमीन यहां के रहवासी जितेंद्र दास गुप्ता पिता धरमपाल गुप्ता की थी। उन्होंने लोगों को अपनी जमीन पट्टे और रजिस्ट्री में दिया। उन्हीं के जमीन पर कई मंदिर व अन्य निर्माण भी हुए हैं। यहां लोग तीन से चार सौ साल से रहवासी नजूल के पट्टे में रहते हैं। इसके लिए आज मेरे द्वारा प्रारंभिक आपत्ति जारी की जा रही है। इसके बाद सभी लोग एक साथ अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे। इसके बाद सभी लोग मिलकर कोर्ट में केस लड़ेंगे और जीतेंगे भी। पार्षद ने कहा कि षडयंत्र के तहत किया जा रहा काम दुर्ग नगर निगम के वार्ड 1 के पार्षद मनीष साहू का कहना है कि वक्फ बोर्ड ने अपना विज्ञापन चुपचाप दिवाली के समय छोटे स्तर के पेपर में दिया है। जिस जमीन पर वह वक्फ बोर्ड अपनी जमीन होने का दावा कर रहा है वहां लोगों के घर बने हैं। वो लोग कई सालों से वहां रहते आ रहे हैं। कई सालों से यहां काबिज हैं। इस तरह कोई गुपचुप तरीके से षड़यंत्र करके अपना दावा करेगा तो ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। पूरा दुर्ग जिला इसका विरोध करेगा।बजरंगियों ने दी चेतावनी उन्हें जगाने का न करें प्रयास बजरंग दल के विभाग सह संयोजक रामलोचन तिवारी ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने जो दावा किया है वह पूरी तरह से गलत है। बजरंगी इसका विरोध करते हैं। यह बजरंगियों का शंतिपूर्ण विरोध है। उन्हें जगाने का प्रयास न किया जाए। जब बजरंगी अपने उग्र रूप में आएगा तो शासन प्रशासन पूरी तरह से हिल जाएगा। हम चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड अपने तरीके से समझ जाए या उन्हें समझा दिया जाए। हम दुर्ग की आधी क्या एक इंच जमीन भी वक्फ बोर्ड को जाने नहीं देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।