नक्सल संगठन में सक्रिय एक महिला सहित तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
अनवर हुसैन सुकमा
*सुकमा महिला नक्सली पर छ0ग0 शासन द्वारा पद के अनुरूप 02 लाख रूपये का घोषित है ईनाम। छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से किया गया आत्मसमर्पण।महिला नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी ऑफिस एवं आरएफटी सुकमा तथा शेष नक्सलियों को समर्पण हेतु प्रोत्साहित जिला बल एवं डीआरजी कार्मिकों की रही है विशेष भूमिका*
सुकमा अधिकारियों के निर्देशन में छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अति-संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में एक महिला सहित तीन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण कुमारी सोड़ी मुके उर्फ अनिता (कोंटा एरिया कमेटी अंतर्गत केएमएस उपाध्यक्षा ईनामी दो लाख) निवासी अरलमपल्ली थाना पोलमपल्ली, माड़वी कोसा (अरलमपल्ली पंचायत डीएकेएमएस सदस्य) निवासी अरलमपल्ली थाना पोलमपल्ली, मड़कम देवा (पूवर्ती आरपीसी मिलिशिया सदस्य) निवासी पूवर्ती मड़कमपारा थाना जगरगुण्डा के द्वारा नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा मे जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, जिला सुकमा में निरीक्षक रोशन सिंह राजपूत, प्रभारी नक्सल सेल सुकमा एवं उप निरीक्षक सरजीत आलम, डीआईजी ऑफिस सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। महिला नक्सली सोड़ी मुके उर्फ अनिता को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआईजी ऑफिस सुकमा आरएफटी टीम, नक्सली माड़वी कोसा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में थाना पोलमपल्ली पुलिस बल तथा नक्सली मड़कम देवा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में डीआरजी कार्मिकों की रही है विशेष भूमिका।
उपरोक्त सभी सदस्यों प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहे है।
इसके अतिरिक्त आत्मसमर्पित नक्सली माड़वी कोसा के विरूद्व थाना पोमलपल्ली में अपराध क्रमांक 03/2016 धारा 147, 148, 149, 307 भादवि, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध है।
सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदान किया जायेंगे।